उत्तराखंड में आख़िरकार गुलाबी ठंड का आगमन हो गया है। पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी मौसम बदल रहा है। सुबह और शाम को ठंड का एहसास हो रहा है, हालांकि दोपहर गर्म है।आपको बता दें कि 14 अक्टूबर तक पूरे राज्य में मौसम साफ रहने की उम्मीद है. लेकिन 14 के बाद तापमान और मौसम में गिरावट हो सकती है। एक मोड़ ले। 15 अक्टूबर से एक बार फिर मौसम में बदलाव आएगा। इस दौरान आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी और हरिद्वार जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
14 अक्टूबर तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. मौसम शुष्क रह सकता है। जिससे मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। हालांकि सुबह और शाम को मौसम सुहावना रहेगा। पहाड़ी इलाकों में तापमान में गिरावट आएगी।
प्रदेश के कई जिलों से मानसून की विदाई हो चुकी है. जिसके बाद ज्यादातर जगहों पर मौसम सुहावना बना हुआ है। हालांकि, पहाड़ी इलाकों में अभी भी बारिश के कुछ दौर जारी हैं। बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम जैसे पर्यटन स्थल पर हाल ही में पहली बर्फबारी हुई है, जिसके बाद ठंड बढ़ गई है। पहाड़ों पर गिरी बर्फबारी का असर निचले इलाकों में भी देखने को मिल रहा है।
पहाड़ों पर बर्फबारी से तापमान में गिरावट का असर निचले इलाकों में भी महसूस किया जा रहा है। यहां ठंड बढ़ गई है, केदारनाथ में बर्फबारी के बाद मंदिर समिति और प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए अलाव, आश्रय और गर्म पानी की व्यवस्था की है। मंगलवार को भी पहाड़ी इलाकों में बूंदाबांदी हुई। जिससे तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी। यहां रात में भी बेहद ठंड होती है।
राज्य के सीमांत जिले चमोली में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गई है। केदारनाथ धाम में मौसम सुहावना हो गया है। अभी मानसून को विदा हुए एक सप्ताह भी नहीं बीता है और अब क्षेत्र की ऊंची पहाड़ियों पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।
बारिश और बर्फबारी के बाद धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है। मंदिर समिति तीर्थयात्रियों के लिए गर्म पानी और आश्रय आदि की व्यवस्था कर रही है। उत्तराखंड से मानसून को विदा हुए अभी कुछ ही समय हुआ है, लेकिन पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो रही है।