आने वाले वर्षों में देहरादून के बाद अब दिल्ली से टिहरी झील की दूरी घटकर मात्र 3 घंटे से भी कम रह जाएगी।मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने सचिवालय में टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड निर्माण के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड निर्माण का कार्य चरणबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिये। प्रथम चरण में पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण चिन्हित क्षेत्रों के आसपास की सड़कों का विकास किया जाए।
सड़क पर बनेंगे कई व्यू पॉइंट
मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले समय में टिहरी और देहरादून को टनल के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे टेहरी से दिल्ली की दूरी मात्र साढ़े तीन घंटे में हो जाएगी, इससे राज्य में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से यथासंभव विकसित कर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जायेगा।
इसके लिए टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड अहम भूमिका निभाएगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि इस रिंग रोड को तैयार करने के लिए तेजी से काम किया जाये।
चूंकि यह स्थान सुंदर पहाड़ियों से ढका हुआ है, इसलिए सड़क के चारों ओर अधिक से अधिक दृश्य बिंदु विकसित किए जाएंगे। उन्होंने रिंग रोड के किनारे अधिक से अधिक पार्किंग क्षेत्र विकसित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने रिंग रोड (टिहरी लेक रिंग रोड प्रोजेक्ट) की फिजिबिलिटी स्टडी शीघ्र कराने के निर्देश दिये। भूमि अधिग्रहण की दिशा में त्वरित कार्रवाई करने की बात कही गयी है। उन्होंने रिंग रोड क्षेत्र में आने वाले खड्डों एवं नालों पर पुल बनाकर सड़क को छोटा रखने के भी निर्देश दिये। पुलों और नालों के कारण पर्यटकों को झील से अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।