हाल ही में उत्तराखंड पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान चलाया है। इस अभियान के बाद राज्य में लगातार तस्कर पकड़े जा रहे हैं। उत्तराखंड में नशे की लत के कारण युवा गलत दिशा में जा रहे हैं, मैदानी इलाकों के तस्कर भी सक्रिय हो रहे हैं और माना जा रहा है कि इन्हीं के कारण स्मैक और अन्य नशीले पदार्थ पहाड़ों तक पहुंचाए जा रहे हैं जो उत्तराखंड में अपना जाल बिछा रहे हैं। चम्पावत एसओजी और पुलिस को लगातार एक के बाद एक सफलता मिल रही है।
नशे के खिलाफ उत्तराखंड में 2025 तक चलेगा नशा मुक्त देवभूमि अभियान
इसी क्रम में उत्तराखंड राज्य से सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह खड़ायत, प्रभारी एसओजी जिला चंपावत, इन्हें नशा मुक्त देवभूमि अभियान 2025 को सफल बनाने और नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए फिक्की अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संस्थानों/व्यक्तियों को फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा फिक्की अवार्ड (फेडरेशन ऑफ इंडिया चैंबर कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) प्रदान किया जाता है।
चंपावत जिले में इस वर्ष नशा मुक्ति अभियान 2025 को उत्कृष्ट एवं सफल बनाने एवं नशा तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु चंपावत जिले के उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह खड़ायत को उत्तराखंड राज्य पुलिस से प्रभारी एसओजी/एएनटीएफ के रूप में चयनित किया गया है। इस साल।