अब कृषि एक बार फिर उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को सहारा देने जा रही है। जो गांव पलायन की समस्या से जूझ रहे हैं, वे आम की खेती से समृद्ध होंगे। ब्लैक स्ट्रॉन्ग आम की खेती अब उत्तराखंड के किसानों की आय का बड़ा जरिया बनेगी। आमतौर पर थाईलैंड में उगने वाला ब्लैक स्ट्रॉन्ग मैंगो अपने आप में कई गुणों को समेटे हुए है।
थाईलैंड में उगाई जाने वाली आम की यह किस्म जल्द ही उत्तराखंड में भी उगाई जाएगी। पंतनगर में आयोजित किसान मेले में काले आम की किस्म अब लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है। ब्लैक स्ट्रॉन्ग मैंगो का पौधा थोड़ा महंगा है, लेकिन इस आम में किसान को मालामाल बनाने के हर गुण मौजूद हैं।
पंजाब के श्यान एग्रो की हो रही है बढ़िया आमदनी
यह आम 600 रुपये प्रति किलो तक बिकता है. अब तक आपने हरे, पीले और गुलाबी आम देखे और खाए होंगे, लेकिन जल्द ही आप तराई में काले रंग के आम भी देख और चख सकेंगे। गोविंद वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय परिसर में चार दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कई राज्यों के व्यवसायियों और पर्यावरण प्रेमियों ने स्टॉल लगाए है।
किसान मेले में पंजाब के श्यान एग्रो के किशन कुमार ने भी अपना स्टॉल लगाया है। जिसमें उन्होंने ब्लैक स्ट्रॉन्ग मैंगो के पौधे प्रदर्शित किए गए हैं। किशन कुमार ने बताया कि एक खास किस्म के आम के पौधे की कीमत 1500 रुपये है। इसके बावजूद लोग इसे पसंद कर रहे हैं। यह आम कई दिनों तक खराब नहीं होता है और सामान्य आम से ज्यादा स्वादिष्ट और गुणों से भरपूर होता है। विदेशों में इसकी कीमत छह हजार रुपये प्रति किलो तक जाती है।
इस आम में एक और गुण है कि किसान साल में तीन बार आम का फल ले सकता है। यह आम आकार में सामान्य आम से बड़ा होता है. किशन बताते हैं कि दो साल पहले थाईलैंड के एक संस्थान ने ब्लैक स्ट्रॉन्ग मैंगो किस्म विकसित की थी। जिसे उन्होंने घर में ही विकसित कर इस बार मेले में प्रदर्शित किया है। पिछले दो दिनों में किशन 30 से अधिक पौधे बेच चुके हैं।