कृषि भारत के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। यहां राज्य पशुपालकों और पशुपालन और कृषि से संबंधित लोगों का समर्थन करने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू करते हैं। इसी तरह, उत्तराखंड सरकार पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू करती है, जिनमें से एक योजना का नाम मुख्यमंत्री घस्यारी योजना उत्तराखंड है। बहुत लम्बे समय से पशुपालन व्यवसाय को उत्तराखंड राज्य के नागरिकों का मुख्य व्यवसाय माना जाता है।
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मुख्यमंत्री घस्यारी योजना की पूरी जानकारी
उत्तराखंड का अधिकांश क्षेत्र पर्वतीय है, उस क्षेत्र में पशुओं के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण चारे की कमी है तथा वनों का चारा भी पौष्टिक नहीं है। पशुओं को चारा उपलब्ध कराना बहुत कठिन और संघर्षपूर्ण काम है, उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण दुधारू पशु कम दूध देते हैं और परिणामस्वरूप दूध उत्पादन में लगातार कमी आ रही है, यही मुख्य कारण है कि लोगों का पशुपालन से रुझान कम होता जा रहा है।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, उत्तराखंड के लोगों को कृषि और पशुपालन में प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना शुरू करने का निर्णय लिया है, इस योजनाओं में अब की तुलना में लोगों को अधिक लाभ होगा।
इस योजना के माध्यम से पशुपालकों को उनके पशुओं के लिए प्रचुर मात्रा में पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण पशु आहार उपलब्ध कराने की योजना है, ताकि लोगों में पशुपालन के प्रति रुचि बनी रहे और अधिक से अधिक नागरिक इस व्यवसाय की ओर आकर्षित हो सकें और इसमें वृद्धि हो सके।
ऐसे कई लोग हैं जो इस योजना के माध्यम से वहां रहकर कमाई कर सकते हैं और यह वहां का व्यवसाय बन सकता है। यदि आप मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए लेख को अवश्य पढ़ना चाहिए।
नाम | मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना |
राज्य | उत्तराखंड |
लाभार्थी | उत्तराखंड के पशुपालक |
शुरू | उत्तराखंड सरकार |
उद्देश्य | पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाना |
आवेदन | तरीका ऑनलाइन |
घसियारी योजना के मुख्य उद्देश्य
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि इससे उत्तराखंड राज्य के पशुपालकों को अपने मवेशियों के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण चारा उपलब्ध होगा।
- पहाड़ के लोगों को पशुपालन की ओर आकर्षित किया जा सकेगा तथा दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की जा सकेगी।
- इससे उत्तराखंड राज्य के पशुपालकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा
- उत्तराखंड राज्य के पशुपालकों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास होगा।
- पशुपालकों को सशक्त बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
- यह योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई है।
घसियारी योजना के लाभ
- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशु आहार के लिए 25 से 30 किलोग्राम का वैक्यूम बैंक उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना से पशुपालकों की पशुपालन में रुचि बढ़ेगी।
- यह योजना निरंतर दुग्ध उत्पादन में आ रही कमी को दूर करने में कारगर साबित होगी।
- इस योजना का लाभ राज्य का प्रत्येक पशुपालक उठा सकता है।
- इस योजना से पशुपालक को लंबी दूरी से चारा लाने ले जाने से राहत मिलेगी।
- मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना के तहत पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा और दूध उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
- इस योजना के तहत सरकार द्वारा पशुपालकों को गुणवत्तापूर्ण चारा उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे पशुपालकों के समय और श्रम की भी बचत होगी।
- पशुपालकों का जीवन स्तर सुधरेगा।
- इस योजना के माध्यम से दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा, जिसके परिणामस्वरूप दुधारू पशु लगभग 20 प्रतिशत तक अधिक दूध देने लगेंगे।
घसियारी योजना के लिए कौन-कौन आवेदन कर सकता है
- जो आवेदक उत्तराखंड राज्य के मूल निवासी हैं वे आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदक पशुपालक होना चाहिए
- मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना का लाभ पाने के लिए पशुपालक के पास दुधारू पशु होना चाहिए।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आयडी
अगर आप इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं तो आपको मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना के तहत आवेदन करना होगा।इसके लिए आपको कुछ समय तक इंतजार भी करना होगा। अभी सरकार ने केवल इस योजना को शुरू करने की घोषणा की है। सरकार की ओर से जल्द ही इस योजना के तहत आवेदन करने से जुड़ी जानकारी साझा की जाएगी।